आंधी, पानी ने बरपाया कहर, बिजली गुल
छप्पर उड़े, दीवार और पेड़ जमींदोज
दस दिनों से प्रकोप जारी , शनिवार को तूफानी हवाओं ने पूरे शहर को झकझोरा अलग-अलग घटनाओं में छह घायल
छप्पर उड़े, दीवार और पेड़ जमींदोज
दस दिनों से प्रकोप जारी , शनिवार को तूफानी हवाओं ने पूरे शहर को झकझोरा अलग-अलग घटनाओं में छह घायल
ANCER नगर के हडडी गोदाम क्षेत्र में आंधी तूफान के चलते आटो चालक मो जैेद के मकान से सटे पक्के मकान की छत की रैलिंग गिर गयी, जिससे घर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। इस घर में मौजूद चार बच्चियों सहित मां बुरी तरह घायल हो गयी। घटना के बाद पड़ोसियों ने मलबा हटाते हुए रईसा (५), नाजिया (१६), कुलसुम (१२), साजिया (१०) और मां रूकैया बी (४०) को बाहर निकाला। पांचो घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनका उपचार जारी है। इसके अलावा एक अन्य घटना में बींझावाड़ा स्थित बालाजी नगर में भवन निर्माण में मजदूरी कर रही बदनिया बाई (४०) पर निर्माणाधीन बीम आ गिरी जिससे वह बुरी तरह चोटिल हो गई है जिसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।सिवनी। एक सप्ताह से दोपहर बाद मौसम बिगड़ने और ओले, आंधी के साथ तेज बारिश होने का सिलसिला शनिवार को भी जारी रहा।
दोपहर डेढ़ बजे से शुरू हुई धुंआधार बारिश से शहरवासियों पर कहर बरपा दिया। पौन घंटे की तेज हवा के साथ हुई इस बारिश से घरों के छप्पर उड़ गए वहीं दीवार, पेड़ भी धराशायी हो गए हैं।
VO अचानक तेज हवा के साथ धुंआधार बारिश से शहर के चार लॉन धराशायी हो गए। लॉन का पूरा पंडाल तेज हवा की चपेट में आने से गिर गए। पंडाल गिरने से कोई हताहत नहीं हुआ है।
तेज हवा, धुंध से राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे लगे पेड़ भी धराशायी हो गए। जबलपुर रोड में एलआईसी के समीप और दूरसंचार भवन के समीप कुछ पेड़ जड़ सहित उखड़ जाने के बाद बिजली के तारों पर अटके पड़े रहे। यहीं बने शासकीय मकान में पेड़ गिरने से वे क्षतिग्रस्त हो गए हैं। शहर में जगह-जगह लगे छोटे-बड़े होर्डिंग्स भी तेज हवा पानी का शिकार होकर जमीन पर गिर गए थे।घरों से छप्पर गायबआंधी बारिश के कहर से छप्पर भी नहीं बच सके। कच्चे घरों के छप्पर उड़कर दूर जा गिरे थे। वहीं बरघाट रोड पर राजपूत कॉलोनी निवासी बसोड़ीलाल अहरवाल के पक्के मकान की छत से ८-१० सीमेंट की सीट उड़ गयी। इस ग्राम दिवारी में भी अनेक पेड़ जड़ सहित उड़कर ३० फीट दूर सड़क पर जा गिरा। इससे घर में रखा अनाज और सामान खराब हो गया। यहां के बस स्टैंड में बनी अस्थायी झोपड़ी भी तेज हवा में धराशायी हो गयी। अनेक कच्चे घरों के खपड़ेल भी उड़ कर टूट गए।
बुधवारी में जलप्लावनधुंआधार बारिश से शहर के बुधवारी बाजार, शंकर मढ़िया, बस स्टैंड आदि क्षेत्र में जलप्लावन की स्थिति निर्मित हो गयी थी। बुधवारी बाजार और शंकर मढ़िया में घुटनों-घुटनों पानी भर गया था। यहां की अनेक दुकानों में भी पानी भरने से दुकान में रखा सामान खराब हो गया।सब्जी को नुकसानतेज आंधी बारिश और ओले गिरने का सबसे अधिक प्रभाव सब्जी की फसल पर पड़ रहा है। क्षेत्रीय किसानों ने बताया है कि टमाटर, भाजी सहित अन्य सब्जियों की फसल ओले और तेज बारिश के कारण बर्बाद हो गयी है। सब्जियों के साथ-साथ किसानों के खेतों में रखी कटी फसल और गेहूं खरीदी केन्द्रों में खुले में रखी सैकड़ों क्विंटल गेहूं पानी में भींग गयी है।शहर के इर्दगिर्द गोपालगंज, बंडोल, कोहका, अरी, दिवारी सहित कई स्थानों में झाड़ों के गिरने, खपड़े के उड़ने और आंधी तूफान, बारिश से गरीब बस्तियों में नुकसानी के समाचार मिले हैं। नगर में जगह -जगह लगे प्लॉस्टिक के होर्डिंग्स टूटकर बिखर गए हैं। ऐसे कई होर्डिंग नगरपालिका की मंजूरी के बिना लगे
दोपहर डेढ़ बजे से शुरू हुई धुंआधार बारिश से शहरवासियों पर कहर बरपा दिया। पौन घंटे की तेज हवा के साथ हुई इस बारिश से घरों के छप्पर उड़ गए वहीं दीवार, पेड़ भी धराशायी हो गए हैं।
VO अचानक तेज हवा के साथ धुंआधार बारिश से शहर के चार लॉन धराशायी हो गए। लॉन का पूरा पंडाल तेज हवा की चपेट में आने से गिर गए। पंडाल गिरने से कोई हताहत नहीं हुआ है।
तेज हवा, धुंध से राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे लगे पेड़ भी धराशायी हो गए। जबलपुर रोड में एलआईसी के समीप और दूरसंचार भवन के समीप कुछ पेड़ जड़ सहित उखड़ जाने के बाद बिजली के तारों पर अटके पड़े रहे। यहीं बने शासकीय मकान में पेड़ गिरने से वे क्षतिग्रस्त हो गए हैं। शहर में जगह-जगह लगे छोटे-बड़े होर्डिंग्स भी तेज हवा पानी का शिकार होकर जमीन पर गिर गए थे।घरों से छप्पर गायबआंधी बारिश के कहर से छप्पर भी नहीं बच सके। कच्चे घरों के छप्पर उड़कर दूर जा गिरे थे। वहीं बरघाट रोड पर राजपूत कॉलोनी निवासी बसोड़ीलाल अहरवाल के पक्के मकान की छत से ८-१० सीमेंट की सीट उड़ गयी। इस ग्राम दिवारी में भी अनेक पेड़ जड़ सहित उड़कर ३० फीट दूर सड़क पर जा गिरा। इससे घर में रखा अनाज और सामान खराब हो गया। यहां के बस स्टैंड में बनी अस्थायी झोपड़ी भी तेज हवा में धराशायी हो गयी। अनेक कच्चे घरों के खपड़ेल भी उड़ कर टूट गए।
बुधवारी में जलप्लावनधुंआधार बारिश से शहर के बुधवारी बाजार, शंकर मढ़िया, बस स्टैंड आदि क्षेत्र में जलप्लावन की स्थिति निर्मित हो गयी थी। बुधवारी बाजार और शंकर मढ़िया में घुटनों-घुटनों पानी भर गया था। यहां की अनेक दुकानों में भी पानी भरने से दुकान में रखा सामान खराब हो गया।सब्जी को नुकसानतेज आंधी बारिश और ओले गिरने का सबसे अधिक प्रभाव सब्जी की फसल पर पड़ रहा है। क्षेत्रीय किसानों ने बताया है कि टमाटर, भाजी सहित अन्य सब्जियों की फसल ओले और तेज बारिश के कारण बर्बाद हो गयी है। सब्जियों के साथ-साथ किसानों के खेतों में रखी कटी फसल और गेहूं खरीदी केन्द्रों में खुले में रखी सैकड़ों क्विंटल गेहूं पानी में भींग गयी है।शहर के इर्दगिर्द गोपालगंज, बंडोल, कोहका, अरी, दिवारी सहित कई स्थानों में झाड़ों के गिरने, खपड़े के उड़ने और आंधी तूफान, बारिश से गरीब बस्तियों में नुकसानी के समाचार मिले हैं। नगर में जगह -जगह लगे प्लॉस्टिक के होर्डिंग्स टूटकर बिखर गए हैं। ऐसे कई होर्डिंग नगरपालिका की मंजूरी के बिना लगे
ABDUL QUABIZ KHAN
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