Thursday, August 4, 2011

बिसेन को मंत्री पद से हटाओ आपराधिक प्रकरण दर्ज करो

प्रदेश के सहकारिता व पीएचई मंत्री गौरीशंकर बिसेन को पद से हटाने व आपराधिक प्रकरण दर्ज करने की मांग कर रहे पटवारी मंगलवार से हड़ताल पर चले गए हैं। पटवारियों की हड़ताल को तहसीलदार व डिप्टी कलेक्टरों का भी पूर्ण समर्थन मिल रहा है। इसी तारतम्य में मंगलवार को लगभग दो हजार पटवारियों का जत्था सिवनी पहुंचा और सम्मेलन आयोजित कर गौरीशंकर बिसेन को पद से हटाने व आपराधिक प्रकरण दर्ज करने की मांग की।
इसके पूर्व पटवारियों ने जुलूस निकाला जो हरिजन कल्याण थाने पहुंचा वहां पर डिप्टी एसपी राकेश चौरसिया से मिला और मंत्री के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज करने की मांग की। श्री चौरसिया ने कहा कि वे पीड़ित पटवारी देवेंद्र मर्सकोले को बुलाकर बयान लेंगे इसके बाद ही श्री बिसेन के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज करने की कार्रवाई करेंगे।
... नहीं तो उग्र आंदोलन करेंगे : मुख्यमंत्री ने हमारी मांगे नहीं मानी तो आंदोलन और भी उग्र होगा और प्रदेश के कई शासकीय और अशासकीय कर्मचारी संघ के कार्यकर्ता इस आंदोलन को समर्थन देने जुड़ते ही जाएंगे। यह बात पटवारी संघ के प्रांताध्यक्ष रामनाथ सोलंकी ने राशि लॉन में आयोजित पटवारियों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सहकारिता व पीएचई मंत्री गौरीशंकर बिसेन को प्रदेश सरकार से हटना ही होगा। पुलिस उनके विरुद्घ हरिजन एक्ट का मामला दर्ज न कर जटिलता पैदा कर रही है। श्री बिसेन का यह कथन "तू आदिवासी है इसलिए उठा बैठक लगवा रहा हूं पवार होता तो मैं तुझे गोली से उड़ा देता"। छींदा के युवा आदिवासी पटवारी के साथ जो कुछ हुआ वह प्रजातंत्र को कलंकित करने वाला है। विस उपाध्यक्ष हरवंशसिंह, शिक्षा राज्यमंत्री नानाभाऊ मोहोड़, विधायक और क्षेत्रीय जनसमूह के बीच मंत्री का यह कृत्य घोर आपत्तिजनक है। इस पर भी जब उन्हें संतोष नहीं मिला तो वे एसडीएम से भी उलझते रहे। राज्य प्रशासनिक अधिकारी संघ का प्रतिनिधित्व करते हुए अपर कलेक्टर बीएस कुलेश ने कहा कि हमें प्रशासनिक लक्ष्मण रेखा में रहकर काम करना होगा। मंत्रीजी को संयमित वाणी और मंत्री पद की मर्यादा का ख्याल अवश्य रखना था जो उन्होने नहीं रखा।
बालाघाट से १३७ पटवारी सिवनी पहुंचे : जिले के तहसीलदार व नायब तहसीलदरों ने बुधवार को एक दिवसीय अवकाश लेकर सांकेतिक विरोध प्रदर्शन कर अपना समर्थन दिया है। जिले से १३७ पटवारियों का दल सिवनी के लिए रवाना हो गया है। इधर पटवारी, तहसीलदार के हड़ताल पर चले जाने से राजस्व से संबंधित कार्य, आय, मूल और जाति प्रमाण-पत्र, खसरा-नक्शा जैसे कार्य ठप हो गए हैं।
रीवा में अफसरों का भी समर्थन : पटवारियों के हड़ताल से जिले में तीन दिनों से कामकाज ठप चल रहा रहा था बुधवार को राजस्व अधिकारियों के पटवारियों को समर्थन देने से सारा राजस्व विभाग का काम ठप पड़ गया है। पटवारियों की हड़ताल तीसरे दिन भी जारी रही। बुधवार को मप्र राज्य प्रशासनिक सेवा संघ, तहसीलदार संघ, भू अभिलेख संघ,राजस्व निरीक्षक संघ ने भी धरनास्थल पर जाकर उन्हें समर्थन दिया। आज जिले की तहसीलों में कोई कामकाज नहीं हुआ। जिससे लोग परेशान होते रहे।
शहडोल की तहसीलों में लटके ताले : ३० जुलाई से जिले के पटवारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। बस्ता जमा करके कामकाज बंद कर दिया है और बुधवार को पूरी तरह अवकाश पर रहे। इनके समर्थन में जिले के एसडीएम, तहसीलदार, एसएलआर, डिप्टी कलेक्टर, नायब तहसीलदार, राजस्व अधिकारी-कर्मचारी संघ, अभिभाषक संघ, राजस्व निरीक्षक संघ, लिपिक संघ आदि ने समर्थन दिया। तहसीलों में कामकाज पूरी तरह ठप रहा। सोहागपुर तहसील का तो ताला ही नहीं खुला। पूरे दिन पक्षकार भटकते रहे और शाम को वापस चले गए।
दमोह में तहसीलदार, डिप्टी कलेक्टर भी धरने में : बुधवार को जिले के समस्त तहसीलदार, डिप्टी कलेक्टर ने भी अपना समर्थन पटवारियों को देते हुए एक दिन का अवकाश रखा और पीएचई मंत्री गौरीशंकर बिसेन को मंत्री पद से हटाए जाने की मांग की। पटवारियों के आंदोलन के चलते जहां पहले से ही सारा कामकाज ठप पड़ा है वहीं जिले के ग्रामीण अपनी समस्याओं के लिए काफ ी परेशान रहे।



मंडला में हड़ताल पर पटवारी : जिले के पटवारी लगातार तीसरे दिन भी हड़ताल पर रहे। वहीं बुधवार को प्रदेश के राज्य प्रशासनिक सेवा के समस्त अधिकारी सामूहिक अवकाश पर रहे। इससे समस्त कार्य ठप हो गए हैं। अधिकारियों के एक दिन के अवकाश पर रहने से कामकाज बुरी तरह प्रभावित हुआ। जिसके चलते जमीनों से वाद विवाद के केश की सुनवाई नहीं हो पाई। ग्रामीण अंचलों से आए ग्रामीण भटकते रहे। बुधवार को पटवारी सिवनी के लिए रवाना हुए।

नरसिंहपुर में अपर कलेक्टर व नायब तहसीलदार अवकाश पर : प्रदेश के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी व सहकारिता तथा जिले के प्रभारी मंत्री गौरीशंकर बिसेन द्वारा पटवारी के साथ किए गए व्यवहार और अभद्रता के विरोध में पटवारी बुधवार को भी हड़ताल पर रहे, वहीं नायब तहसीलदार से लेकर अपर कलेक्टर तक ने सामूहिक अवकाश लेकर विरोध दर्ज कराया। जिला पंचायत के सीईओ पीएल सोलंकी की अगुवाई में नायब तहसीलदार, तहसीलदार, डिप्टी कलेक्टर, अपर कलेक्टर समेत अधीक्षक भू अभिलेख व सहायक अधिकारी ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। सभी नायब तहसीलदार, तहसीलदार जिला मुख्यालय पहुंचे।

अनूपपुर में कामकाज ठप : पटवारी संघ के अनिश्चितकालीन हड़ताल में चले जाने से राजस्व विभाग व तहसील के कामकाज बहुत ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। किसानों को निःशुल्क खसरे का वितरण नहीं हो पाया है। छात्रों को जाति निवास सहित अन्य प्रमाण पत्रों की आवश्यकता है लेकिन हड़ताल की वजह से काम पूरी तरह ठप पड़ा है।

सतना में पटवारियों समर्थन में अवकाश पर रहे अधिकारी : पटवारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल के समर्थन में बुधवार को राज्य प्रशासनिक संघ, राजस्व अधिकारी संघ एवं राज्य निरीक्षक संघ के सदस्य एक दिन के सामूहिक अवकाश पर रहे। एडीएम, एसडीएम और डिप्टी कलेक्टर सहित तहसीलदार, नायब तहसीलदार और राजस्व निरीक्षकों के सामूहिक अवकाश पर रहने से जिला कलेक्टर कार्यालय का कामकाज पूरी तरह से ठप रहा।


अब्दुल काबिज़ खान

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