Thursday, December 19, 2013

हार से उबरने की कोशिश में जुटी कांग्रेस

कांग्रेस विधानसभा चुनावों में मिली करारी पराजय से उपजी निराशा को दूर करने में जुट गई है। कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में सोनिया गांधी ने इस हार के लिए पार्टी में अनुशासन एवं एकता की कमी को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि हम जनता को अपनी नीतियों, कार्यक्रमों एवं उपलब्धियों के बारे में नहीं बता सके। ऐसा लगता है कि हम उनकी आकांक्षाओं को भी पूरा करने में सफल नहीं रहे हैं। हार पर अफसोस सोनिया ने कहा कि दिल्ली व राजस्थान में चौमुखी विकास के बावजूद हम चुनाव हार गए। मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ में भी हमें सफलता नहीं मिल सकी। छत्तीसगढ़ में मजबूती से लड़े किंतु दूसरे राज्यों में पार्टीजनों के बीच एकता व अनुशासन की कमी हार का मुख्य कारण रहा है। सोनिया ने मिजोरम में मिली जीत पर खुशी जताते हुए वहां के नेताओं व कार्यकर्ताओं को धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनावों के परिणाम भले ही अच्छे नहीं रहे किंतु हमें अगली लड़ाई के लिए अभी कमर कस लेनी चाहिए। हमें हार को भुलाकर जीत का नया रिकार्ड बनाने में जुट जाना है। कांग्रेस पहले भी ऐसा रिकार्ड बना चुकी है। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि हमारे विरोधी विभाजन की नीतियों और सांप्रदायिक हितों की वकालत करते हैं। वे हमारे धर्मनिरपेक्ष लोकाचार का मजाक उड़ाते हैं। उनकी विचारधारा संकीर्ण है और देश तथा हमारे लोगों को विकास की ओर बढ़ने से लगातार रोकेगी। सोनिया ने कहा कि वह महिला आरक्षण विधेयक को लोकसभा से पारित नहीं होने को लेकर निराश हैं लेकिन जानती हैं कि आज नहीं तो कल यह जरूर पास होगा। इस मौके पर सांसदों को एक पुस्तिका भी दी गई जिसमें संप्रग सरकार की उपलब्धियां गिनाई गई हैं। सांसदों से इन उपलब्धियों को और कारगर तरीके से प्रचार करने को कहा गया है।

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